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" alt="" aria-hidden="true" />रोहिणी की एक समाजसेवी संस्था संपूर्ण ने सैकड़ों महिलाओं के सहयोग से घर के अंदर ही सूती मास्क बनाने और उसे जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाने का बीड़ा उठाया है। अब तक लगभग पांच हजार से अधिक मास्क लोगों को दिए जा चुके हैं।




संस्था की संचालिका डॉ. शोभा विजेंद्र गुप्ता ने लोगों की सुरक्षा के लिए यह जिम्मेदारी उठाई है। उन्होंने बताया कि उनकी संस्था कई साल से रोहिणी और आसपास के इलाके की महिलाओं को साथ लेकर काम कर रही है, जिसके तहत संस्था से जुड़ी 100 महिलाएं सिलाई मशीन चलाकर न केवल अपने परिवार का भरण-पोषण कर रही हैं, बल्कि उनके द्वारा सिले कपड़ों और खासतौर पर सूती बेडसीट की बाजार में भी मांग रहती है। 




कोरोना महामारी के चलते बाजार में बढ़ी मास्क की किल्लत को ध्यान में रखते हुए उन्होंने इन महिलाओं के सहयोग से सूती मास्क बनवाने का निर्णय लिया। यह साधारण सूती कपड़े से बनाया गया मास्क है। इसको रोजाना धोकर ठीक तरह सुखाकर पुन: इस्तेमाल किया जा सकता है।

घर में बना यह मास्क मुंह पर रुमाल बांधने या गमछा लपेटने से बेहतर विकल्प है। संस्था की वालंटियर महिलाएं अपने अपने घरों के अंदर यह मास्क सिल रही हैं, लेकिन डॉ. शोभा चाहती हैं कि उनके इस काम में और भी महिलाएं शामिल हों, इसलिए उन्होंने अपने दो मोबाइल नंबर 8920134141 और 9868104665 साझा किए हैं। यदि कोई महिला घर में मास्क बनाना चाहती हैं तो वह उनसे संपर्क कर सकती हैं। मास्क बनाने की तकनीक और सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी।